ध्यान और आनंद-7 मन ही कारण हे , दुख और सुख का
ध्यान और आनंद-योग सूत्र योग साधन की यात्रा हे, परम स्वतंत्रता और आनंद की प्राप्ति। यह प्राप्ति हे उसकी जो हमारे अंतस मे विद्यमान हे। गुरुदेव के चरणों का 26 साल सानिध्य रहा और पता चला की योग सूत्र का श्रवण , मनन और ध्यान , व्यास, वाचस्पति भाष्य के अनुसार होना चाहिए। करते करते […]
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